दर्द-ए-गम - Sad Shayari


रंज-ओ-गम मेरी दुनिया में बस जा।
दर्द-ए-गम मेरी राहों में बिछा जा।
    ये रोज-रोज के जुल्म-ओ-सितम अब सहे नहीं जाते,
    इक बार मुझे जी भरके सता जा।



Previous
Next Post »

जब आये लब पे तो दुआ कीजिए ।
हमारे लिए भी चंद अल्फाज अपनी जुबां कीजिए ।

``````````````````````````````````````````````````````````````
अगर आपको मेरी लिखी कोई भी रचना पसंद आयी हो तो इस पेज को फॉलो करें और मेरी लेखनी को समर्थन देकर मुझे आगे लिखने के लिए प्रोत्साहित करें।
शुक्रिया,,,,,

ConversionConversion EmoticonEmoticon

यूट्यूब से जुड़े