Festivals Shayari-Ye Tyohar Bhi Na Dev Kumar Thursday, July 07, 2016 Add Comment Dev Kumar गुजरते लम्हें मुझपे हंस के जाते है! तनहा हूँ मैं बार-बार दौहराते है ! किसी सूल की तरह चुभते हैं बीते लम्हें, "ये त्यौहार भी न"... Read More
Eid Shayari- Kisse Milu Eid Dev Kumar Wednesday, July 06, 2016 Add Comment Dev Kumar जाति-धर्म में बट गयी इंसानियत ये कैसा मंज़र नज़र आता है! सच्चे रिश्तों का वो चमन बंज़र नज़र आता है ! रंजिशों के रह गए हैं त्यौहार आज-कल, किस... Read More