Hindi Shayari-जिन्दगी की उलझनों में Dev Kumar Tuesday, October 25, 2016 Add Comment Dev Kumar दिन तो गुजर भी जाता है जिन्दगी की उलझनों में किसी भी तरह, पर ये रात की तन्हाई किसी धीमे जहर की तरह वार करती है मुझपे Read More
Tanhaai Shayari-ऐ मेरी तन्हाई Dev Kumar Friday, October 21, 2016 4 Comments Dev Kumar लोगों की तरह तूने भी तो मेरा मजाक उडाया है, 'ऐ मेरी तन्हाई' दर्द-ए-गम तुझे भी बताना छोड देंगे, Read More
Navratra Shayari-नवरात्र Dev Kumar Saturday, October 01, 2016 Add Comment Dev Kumar जय माता दी कर दे महर और सुन ले मेरी पुकार। देव फरियादी खड़ा तेरे द्वार। दर्शन को तरसे नैनो मेरे, आजा माँ तू होके सिंह... Read More